काश प्यार ना होता
तो मै इतना बेचैन ना होता
ना आती याद
सकुन से गजरती रात
प्यार का ना बुझता
दीया आज
काश प्यार ना होता
तो मै इतना बेचैन ना होता
कटती रातें
ना सताती ओ उसकी बाते
ना परेशान ये दिल होता
ना आज मैं रोता
काश प्यार ना होता
तो मै इतना बेचैन ना होता
गल्लती हुई
प्यार हुआ
सामने ओ आते
धडक धडक से
ये दिल धडकने लेता
काश प्यार ना होता
तो मै इतना बेचैन ना होता
नागेश शेषराव टिपरे
मु.पो:-खडकी ता.दौंड जि.पुणे
मो.नं:-८६००१३८५२५
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